Sunday, January 16, 2011

मंत्री जी की प्रैस कांफ्रेंस

आज महंगाई पर मंत्री जी की  प्रैस कांफ्रेंस थी.पूरा हल खचाखच भरा हुआ था. पत्रकारों में बड़ी जिज्ञासा थी की आखिर मंत्री जी तुरंत पट्रोल के दाम बढ़ाने के बाद क्या बोलने वाले हैं. परन्तु ये मंत्री जी पार्टी के बड़े नेता भी हैं इसलिए सबको किसी खास घोषणा का इंतजार था. ठीक समय पर मंत्री जी आये और बोलना शुरू किया.
मंत्री जी:- देखिये हमे महगाई की बहुत चिंता है. कच्चे तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं और कम्पनिओं को बहुत नुकशान हो रहा है. यही हाल रहा तो कम्पनियों का क्या होगा?
एक पत्रकार :- परन्तु इसी तरह दाम बढ़ते  रहे तो आम आदमी का क्या होगा?
मंत्री जी :- इस देस का आम आदमी बहुत मजबूत है, तुम उसकी चिंता मत करो.उसकी चिंता करने के लिए सरकार बैठी है.
पत्रकार:- परन्तु सरकार ने उसकी चिंता करने के लिए क्या किया?
मंत्री जी:- देखिए आप भूल रहें हैं,हमारे वित्मन्त्रीजी तीन चार बार इस पर चिंता प्रकट कर चुके हैं.
पत्रकार:-लेकिन वित्मन्त्रीजी के चिंता प्रकट करने से क्या हल निकला?
मंत्री जी :- ऐसा नहीं है, हमारे प्रधान मंत्रीजी भी दो बार इस पर चिंता प्रकट कर चुके हैं.
पत्रकार :- परन्तु सरकार कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाती ?
मंत्री जी :- आप ऐसा नहीं कह सकते . सरकार इस पर बहुत गम्भीर है. पार्टी की विनती पर और आम आदमी की हालत पर खुद मैडम इस पर दो बार चिंता प्रकट कर चुकी हैं.
पत्रकार :-लेकिन चिंता प्रकट करने से क्या होता है ?
मंत्री जी :- हमे लोगों की चिंता है इसका लोगों को पता चल जाता है .
दूसरा पत्रकार :- लेकिन मंत्री जी, इस बार तो आपकी एक सहयोगी मंत्री भी नाराज लगती हैं ?
मंत्री जी :- उनके साथ हमारा समझोता हो चूका है. जब हम दाम बढ़ाने के लिए मीटिंग करेंगे वो मीटिंग में नहीं आएँगी और बाद में नाराजगी प्रकट करेंगी.
पत्रकार :- लेकिन इस बार वो सचमुच नाराज लगती हैं.
मंत्री जी :-इस बार हमने उनको वचन दिया है की जब वो कहेंगी गृह मंत्री उनके राज्य में जहाँ उनके विरोधियों की सरकार है, कानून और व्यवस्था की स्थिति खराब होने का बयान देगें.
पत्रकार :-भले ही वो माओवादियों का समर्थन करती हों ?
मंत्री जी :- उनका साथ देना गठ्बन्धन धर्म है. सरकार चलानी है तो ऐसी छोटी मोती बात चलती रहती है.सरकार पार्टी से बड़ी होती है और पार्टी देश से बड़ी होती है.
पत्रकार ;- तो फिर मंहगाई पर और कुछ नहीं करेगें ?
मंत्री जी :- क्यों नहीं करेगें ? प्रधान मंत्री जी वरिष्ट मंत्रियों की एक कमेटी बना रहें हैं जो मैडम से बात करेगी की वो एक बार फिर से चिंता प्रकट करने की कृपा करें.
                                                            कांफ्रेंस समाप्त